जगदीशचंद्र माथुर की जीवनी

जगदीशचंद्र माथुर एक प्रतिभाशाली लेखक, नाटककार, संस्कृतिकर्मी एवं प्रशासक थे । उनका कार्यक्षेत्र बिहार था और वे साहित्य-संस्कृति के संसार में बिहार की ही विशिष्ट प्रतिभा के रूप में जाने जाते थे । इतिहास, संस्कृति, परंपरा और लोकवार्ता की भूमिका उनके दृष्टिकोण के निर्माण में आधारभूत थी । नाटक और उसके बहुविध शास्त्रीय एवं लोकरूप हमेशा उनके आकर्षण के केंद्र में रहे । उनके नाट्यलेखन में रंगमंच की कल्पनाशील सक्रिय चेतना समाहित थी । इसका प्रमाण उनकी छोटी-बड़ी तमाम नाट्य कृतियाँ हैं जो मंचन और अभिनेयता की दृष्टि से सफल मानी जाती हैं।

 

जगदीशचंद्र माथुर का परिचय

  • जन्म: 16 जुलाई 1917 ।
  • निधन : 14 मई 1978 ।
  • जन्म-स्थान : शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश ।
  • शिक्षा : एम० ए० (अंग्रेजी), इलाहाबाद विश्वविद्यालय । 1941 में आई०सी० एस० परीक्षा उत्तीर्ण । प्रशिक्षण के लिए अमेरिका गए और उसके बाद बिहार में शिक्षा सचिव हुए ।
  • कार्य : सन् 1944 में बिहार के सुप्रसिद्ध सांस्कृतिक उत्सव वैशाली महोत्सव का बीजारोपण किया। ऑल इंडिया रेडियो में महानिदेशक रहे, फिर सूचना और प्रसारण मंत्रालय में हिंदी सलाहकार के पद पर भी कार्य किया । हार्वर्ड विश्वविद्यालय के विजिटिंग फेलो रहने के अतिरिक्त अन्य अनेक महत्त्वपूर्ण कार्यों से जुड़े थे।
  • सम्मान : विद्या वारिधि की उपाधि से विभूषित, कालिदास अवार्ड और बिहार राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित ।
  • कृतियाँ : 1936 में प्रथम एकांकी ‘मेरी बाँसुरी’ का मंचन व ‘सरस्वती’ में प्रकाशन । पाँच एकांकी नाटकों का संग्रह ‘भोर का तारा’ 1946 में प्रकाशित । इसके बाद ‘ओ मेरे सपने’ (1950), ‘मेरे श्रेष्ठ रंग एकांकी’, ‘कोणार्क’ (1951), ‘बंदी’ (1954), ‘शारदीया’ (1959), ‘पहला राजा’ (1969), ‘दशरथ नंदन’ (1974) ‘कुँवर सिंह की टेक’ (1954) और ‘गगन सवारी’ (1958) के अलावा दो कठपुतली नाटक भी लिखे । ‘दस तस्वीरें’ और ‘जिन्होंने जीना जाना’ में रेखाचित्र और संस्मरण हैं । ‘परंपराशील नाट्य’ (1960) उनकी समीक्षा दृष्टि का परिचायक है । ‘बहुजन संप्रेषण के माध्यम’ जनसंचार पर विशिष्ट पुस्तक और ‘बोलते क्षण’ निबंध संग्रह है ।

जगदीशचंद्र माथुर की रचना

  • निबंध : बोलते क्षण
  • नाटक : ‘भोर का तारा, ‘ओ मेरे सपने’ (1950), ‘मेरे श्रेष्ठ रंग एकांकी’, ‘कोणार्क’ (1951), ‘बंदी’ (1954), ‘शारदीया’ (1959), ‘पहला राजा’ (1969), ‘दशरथ नंदन’ (1974) ‘कुँवर सिंह की टेक’ (1954) और ‘गगन सवारी’ (1958)

जगदीशचंद्र माथुर के बारे में कुछ प्रश्न

1. भोर का तारा के लेखक कौन थे ?

Ans :  जगदीशचंद्र माथुर

2. ओ मेरे सपने के लेखक कौन थे ?

Ans :  जगदीशचंद्र माथुर

3. मेरे श्रेष्ठ रंग एकांकी के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

4. कोणार्क के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

5. बंदी के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

6. शारदीया के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

7. पहला राजा के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

8. दशरथ नंदन के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

9. कुँवर सिंह की टेक के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

10. गगन सवारी के लेखक कौन थे ?

Ans : जगदीशचंद्र माथुर

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